पृथ्वी के भूगोल और सूर्य की स्थिति के बदलाव का पर्व मकरसंक्रांति की सभी को सपरिवार शुभकामनायें माना जाता है आज से सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है और सूर्य के उत्तरायण की गति प्रारंभ होती है। बहुत सी मान्यताओं से जुड़ा यह पर्व बदलाव के लिए भी हमें मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करता है | इससे जुड़ी पतंग उड़ाने की परम्परा जीवन को उत्सवी रूप में पूरी सकारात्मकता के साथ नई ऊँचाईयों पर ले जाने की प्रेरणा भी देती है | हमारे देश में आज के दिन गुड़ घी के साथ खिचड़ी खाने का रिवाज न सिर्फ पृथ्वी के भूगोल और सूर्य के बदलाव का एक होना है अपितु ह्रदय को भी मिठास के साथ एकसार करने का सन्देश है|
लगातार टालते रहने से अक्सर निर्णय बदल जाते है। अप्रत्याशित बदले हुए निर्णयों को स्वीकारना बेहद दुष्कर होता है।अपनी मानसिकता को दोनों परिस्थितियों के लिए तैयार रखे जो परिणाम आप देखना चाहते है और जो नहीं देखना चाहते है फिर किसी के भी जीवन में कुछ अप्रत्याशित घटित ही नहीं होगा । हम सबके भीतर एक भीड़ छिपी होती है जो हमें कुरेदती है,पथविमुख करने को उतावली रहतीहै,अक्सर लोग निर्णायक की भूमिका निभाना चाहते है किन्तु परिणामों के लिए उनके पास कोई विकल्प नहीं---शोभाजैन
रविवार, 13 जनवरी 2019
पृथ्वी के भूगोल और सूर्य की स्थिति के बदलाव का पर्व मकरसंक्रांति की सभी को सपरिवार शुभकामनायें माना जाता है आज से सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है और सूर्य के उत्तरायण की गति प्रारंभ होती है। बहुत सी मान्यताओं से जुड़ा यह पर्व बदलाव के लिए भी हमें मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करता है | इससे जुड़ी पतंग उड़ाने की परम्परा जीवन को उत्सवी रूप में पूरी सकारात्मकता के साथ नई ऊँचाईयों पर ले जाने की प्रेरणा भी देती है | हमारे देश में आज के दिन गुड़ घी के साथ खिचड़ी खाने का रिवाज न सिर्फ पृथ्वी के भूगोल और सूर्य के बदलाव का एक होना है अपितु ह्रदय को भी मिठास के साथ एकसार करने का सन्देश है|
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