मेरे व्याकुल मन अब तू दर्द भरा कोई गीत न लिख,
प्रीत निभा ले सबसे पर दिल पर कोई मीत न लिख।
जीवन की बिसात पर सब रिश्ते मोहरों से लगते हैं,
हार को अब हार न लिख,और जीत को जीत न लिख।।
प्रीत निभा ले सबसे पर दिल पर कोई मीत न लिख।
जीवन की बिसात पर सब रिश्ते मोहरों से लगते हैं,
हार को अब हार न लिख,और जीत को जीत न लिख।।
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