कुछ प्रश्न वर्तमान पीढ़ी के जहन में----सम्बंधित है भविष्य से ----शायद अभिभावकों के कुछ काम आ जाए-----
१-प्रेम को लेकर असहज है समाज!
२-विवाह के फैसले पर असमंजस में युवा!
३-देख – भांप कर चुने जीवनसाथी
४-अंतरजातीय विवाह करेंया न करें
५-विवाह कीसफलता के पूर्व आंकलन मुल्यांकन का पेरामीटर क्या
६-कोई भी निर्णय पीढ़ियों में संवाद, ना बन जाय विवाद
७- अविवाहित रहने केक्या परिणाम[स्त्री औरपुरुष दोनों के]
८-लिव इन रिलेशनशीप कहाँ तक कारगर साबित
९ -जीवन के इस अहम निर्णय लेने की योग्यता का क्या पेरामीटर-उम्र,अनुभव,परिपक्वता,या कोई घटना अथवा परम्परा
१०-उपरोक्त फैसले समाज को ध्यान में रखकर ले या अपने वर्तमान औरभावी जीवन को
२-विवाह के फैसले पर असमंजस में युवा!
३-देख – भांप कर चुने जीवनसाथी
४-अंतरजातीय विवाह करेंया न करें
५-विवाह कीसफलता के पूर्व आंकलन मुल्यांकन का पेरामीटर क्या
६-कोई भी निर्णय पीढ़ियों में संवाद, ना बन जाय विवाद
७- अविवाहित रहने केक्या परिणाम[स्त्री औरपुरुष दोनों के]
८-लिव इन रिलेशनशीप कहाँ तक कारगर साबित
९ -जीवन के इस अहम निर्णय लेने की योग्यता का क्या पेरामीटर-उम्र,अनुभव,परिपक्वता,या कोई घटना अथवा परम्परा
१०-उपरोक्त फैसले समाज को ध्यान में रखकर ले या अपने वर्तमान औरभावी जीवन को
उपरोक्त के चलते प्रेम और विवाहित संबंधों के नए प्रतिमानों की न सिर्फ खोज हो रही है, बल्कि उन पर नए परीक्षण भी हो रहे हैं। यह दीगर है कि इससे पीढ़ियों में संघर्ष और तनाव उभरने लगा है।------ शोभा जैन
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