लगातार टालते रहने से अक्सर निर्णय बदल जाते है। अप्रत्याशित बदले हुए निर्णयों को स्वीकारना बेहद दुष्कर होता है।अपनी मानसिकता को दोनों परिस्थितियों के लिए तैयार रखे जो परिणाम आप देखना चाहते है और जो नहीं देखना चाहते है फिर किसी के भी जीवन में कुछ अप्रत्याशित घटित ही नहीं होगा । हम सबके भीतर एक भीड़ छिपी होती है जो हमें कुरेदती है,पथविमुख करने को उतावली रहतीहै,अक्सर लोग निर्णायक की भूमिका निभाना चाहते है किन्तु परिणामों के लिए उनके पास कोई विकल्प नहीं---शोभाजैन Protected by Copyscape

शुक्रवार, 11 दिसंबर 2015

मित्रों आज इंदौर शहर में बेहद शांत रिमझिम- रिमझिम बारिश सुबह से हो रही हैं ऐसा प्रतीत हो रहा हैं मानों वो अपने जीवन के हर एक पल को सुकून के साथ जी रही हो उसे महसूस कर रही हो और हमें भी बिना किसी द्वेष, आवेग आक्रामक,आक्रोश के बेहद मार्मिकता शांतता और गहरे चिंतन के साथ सुकून भरा जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रही हो।जैसे एक सच्चा और ईमानदार इंसान बेहद शालीनता से अपनी बात कह रहा हो और सभी उसे उसी तरह से सुन रहे हो सुप्रभात 18/august/2015

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