जन्म तिथि -आधुनिक साहित्य के प्राण श्री सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ जी 21 फ़रवरी सन 1896
हिन्दी कविता के अमर-स्वर, माँ वाणी के प्रिय पुत्र, माँ सरस्वती के हर आराधक के कुल-गुरु महाप्राण निराला को उनके जन्मदिवस पर प्रणाम! सम्पूर्ण हिन्दी साहित्य जगत महाप्राण का ऋणी है! उनके चरणों में नत होते हुए मैं सभी साहित्यिक मित्रों को निराला जयंती की हार्दिक बधाई देती हूँ।
हिन्दी कविता के अमर-स्वर, माँ वाणी के प्रिय पुत्र, माँ सरस्वती के हर आराधक के कुल-गुरु महाप्राण निराला को उनके जन्मदिवस पर प्रणाम! सम्पूर्ण हिन्दी साहित्य जगत महाप्राण का ऋणी है! उनके चरणों में नत होते हुए मैं सभी साहित्यिक मित्रों को निराला जयंती की हार्दिक बधाई देती हूँ।
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