दु:ख झेलकर, संघर्ष से निकल कर "मुक्त" हो जाना और अपनी मुक्ति में सबको सहभागी बनाने की चेष्टा ही संभवत: साहित्य की शाश्वता का रहस्य है - हरेक से जुड़ने और हर जीवन के भीतर से "तिर" आने की अदम्य इच्छा ही साहित्य का उद्देश्य है।साहित्य से जुड़े साहित्य को जीवन से जोड़े --शोभा जैन
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