हम सभी को जीवन में कभी -कभी अधिकार और योग्यता के बीच की चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैं अक्सर जिसके पास अधिकार होते हैं उनके पास योग्यता नहीं होती जिनके पास योग्यता होती हैं उनके पास अधिकार नहीं होते जीवन की इस चुनोती से हम सब भी कभी न कभी गुजरे हैं या गुजर रहे हैं यही समय हमारी निर्णयन क्षमता और दिमागी संतुलन के परीक्षण का होता हैं क्योकि जिनके पास अधिकार हैं उन्हें हम बाहर नहीं कर सकते और जिनके पास योग्यता हैं उन्हें जीवन का हिस्सा नहीं बना सकते लेकिन शामिल दोनों ही जीवन में रहते हैं इसे संतुलित जीवन कहते हैं .
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