थक हार के 'अनुभव'
बैठ जाता है कोने में
एक शब्द काफी नहीं है
उस बीते बसंत के लिए
प्यासी फसलों
और कम्बल में लिपटी उस सर्दी के लिए
जो मौसम के बदलने के बाद ही जाती है.
बैठ जाता है कोने में
एक शब्द काफी नहीं है
उस बीते बसंत के लिए
प्यासी फसलों
और कम्बल में लिपटी उस सर्दी के लिए
जो मौसम के बदलने के बाद ही जाती है.
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