मै जो हूँ .....
--शोभा जैन
मैं कोई कविता नहीं
न ही तुम्हारे जीवन का छंद ।
जिसे पढ़कर तुम मुदित हो जाते हो,
मुदित करते हो ओरो को ।
मैं वो प्रसंग भी नहीं,
जो चर्चा का विषय बन जाय।
न ही किसी के जीवन का रंगमंच
जिसे देखने भीड़ जमा हो जाय
मैं महाकाव्य हूँ।
जिसे पढ़ पाना ,
पढ़ कर समझ पाना,
किसी के महाकवि होने का प्रमाण है।
--शोभा जैन
मैं कोई कविता नहीं
न ही तुम्हारे जीवन का छंद ।
जिसे पढ़कर तुम मुदित हो जाते हो,
मुदित करते हो ओरो को ।
मैं वो प्रसंग भी नहीं,
जो चर्चा का विषय बन जाय।
न ही किसी के जीवन का रंगमंच
जिसे देखने भीड़ जमा हो जाय
मैं महाकाव्य हूँ।
जिसे पढ़ पाना ,
पढ़ कर समझ पाना,
किसी के महाकवि होने का प्रमाण है।
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