पाँव ही जलने लगे.......
शोभा जैन
लेकर बड़े -बड़े सपने आँखों में
'गाँव' 'शहर' की ओर चलने लगे.।
'बड़े' अंग्रेजी शब्दों से बनी डिग्री
अब नोकरी को मचलने लगे ।
देकर कुछ देर ओर का दिलासा
भ्रष्ट अधिकारी तलने लगे ।
वर्षों गुजरे, समय बिता 'बिन नोकरी' ,
'घर वापसी' पर, पाँव ही जलने लगे।
शोभा जैन
लेकर बड़े -बड़े सपने आँखों में
'गाँव' 'शहर' की ओर चलने लगे.।
'बड़े' अंग्रेजी शब्दों से बनी डिग्री
अब नोकरी को मचलने लगे ।
देकर कुछ देर ओर का दिलासा
भ्रष्ट अधिकारी तलने लगे ।
वर्षों गुजरे, समय बिता 'बिन नोकरी' ,
'घर वापसी' पर, पाँव ही जलने लगे।
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